खंभे पर काम कर रहे युवक की करंट से मौत

खंभे पर काम कर रहे युवक की करंट से मौत


डबरा। बिजली लाइन पर काम कर रहे एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई। करंट लगने के बाद युवक करीब 5 से 7 फीट ऊंचाई से नीचे आ गिरा। घटना के बाद बिजली ठेकेदार के कर्मचारी उसे सिविल अस्पताल में छोड़कर भाग गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही युवक के परिजन सिविल अस्पताल पहुंचे, उन्होंने युवक की मौत का जिम्मेदार काम पर ले जाने वाले ठेकेदार और बिजली कंपनी के कर्मचारियों को ठहराया है।


परिजनों का कहना है कि युवक की मौत के बाद उनको कोई सूचना नहीं दी गई। जब करंट लग गया तो युवक को अस्पताल में छोड़कर भाग गए। इधर बिजली कंपनी के विभागीय पदाधिकारियों का कहना है कि जिस युवक की मौत हुई है, वह बिजली कंपनी का कर्मचारी नहीं है। अब उसे बिजली लाइन पर काम कराने के लिए किसने लगाया इसकी जांच कराई जा रही है।


घटना सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे गेडोल बिजली केन्द्र की है। जहां धवा गांव निवासी जगदीश कुशवाह से काम कराया जा रहा था। घटना को लेकर मृतक के पिता कमल सिंह कुशवाह व उसके भाई दीपक कुशवाह ने बताया कि सुबह के समय उसके भाई जगदीश कुशवाह उम्र करीब 35 साल को किसी ठेकेदार ने फोन कर काम के लिए बुलाया था। वह सुबह ही घर से चला गया था। जगदीश से कहां काम कराया जा रहा है और उसको करंट लग गया है, इसकी ठेकेदार व उसके कर्मचारियों ने कोई जानकारी नहीं दी। जब सिविल अस्पताल में उसके आने की सूचना मिली, तब पता लगा कि जगदीश को करंट लग गया है। सूचना मिलते ही मौके पर शहर थाना और पिछोर थाना पुलिस सिविल अस्पताल पहुंच गई। सूचना के बाद सिविल अस्पताल में समाज के लोग भी पहुंच गए।


 

मैंने तो परमिट मिलने के बाद बंद कर दी थी बिजली सप्लाई


गेडोल बिजली केद्र पर पदस्थ ऑपरेटर अरविंद रावत ने बताया कि उसने परमिट मिलने के बाद करीब 1ः25 पर बिजली सप्लाई बंद कर दी थी। कर्रा क्षेत्र की बिजली लाइन के जंपर जोड़ने का काम कराया जा रहा था। जहां लाइनमैन और ठेकेदार के आदमी मौजूद थे। जगदीश जब मशीन पर जंपर जोड़ने का काम कर रहा था, तभी अचानक उसे करंट लग गया। करंट लगने के बाद वह नीचे की ओर गिरा। बाद में मौजूद लोग उसे लेकर सिविल अस्पताल ले गए थे।


 

चिंतनीय : अनाधिकृत रूप से कराया जा रहा था काम


खास बात ये है कि जगदीश कुशवाह बिजली कंपनी का कर्मचारी नहीं है। इसके बाद भी उसे बिजली मशीन पर चढ़ाकर उससे करेंट का काम कराया जा रहा था। मौके पर लाइनमैन भी थे। इसके बाद भी जगदीश को बिजली लाइन के फॉल्ट को दूर कराने एक लाइनमैन की तरह मशीन पर चढ़ा दिया गया। अनाधिकृत रूप से किसी भी व्यक्ति से बिजली लाइन या बिजली संबंधी काम नहीं कराया जा सकता। मृतक की मौत के बाद उसके परिजन सिविल अस्पताल में बिलखते हुए नजर आए। मृतक के पिता ने बताया कि उसके यहां दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनके सिर से पिता का साया छिन गया।


सुबह किसी का फोन आया था। जिसने काम पर बुलाया था। सुबह कहां गया इसका उनको भी पता नहीं था। करंट लगने के बाद उनको किसी ने सूचना तक नहीं दी और जगदीश को करेंट लगने के बाद उसे सिविल अस्पताल छोड़कर भाग गए।


कमल सिंह कुशवाह, मृतक के पिता।


मौत के मामले में मर्ग कायम कर लिया है। मामला जांच में ले लिया है। मामले की जांच की जाएगी। परिजनों के भी कथन लिए जाएंगे।


यशवंत गोयल, थाना प्रभारी, शहर थाना।


मुझे अभी सिर्फ इतनी जानकारी है कि एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई है। जिसकी मौत हुई है वह कंपनी का कर्मचारी नहीं है। मामले की जांच कराएंगे। जो जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।


जीएस लांवा, उप महाप्रबंधक, बिजली कंपनी डबरा।