बाइक सवारों को डंपर ने मारी टक्कर एक की मौत, दूसरा घायल, परिजनों ने किया चक्काजाम
बिलौआ। बिलौआ क्रेशर मार्केट के पास एक बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के डंपर ने बाइक सवार दो लोगों को टक्कर मार दी। इसके बाद एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल है। उसे इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है। युवक की मौत के बाद स्थानीय ग्रामीणों व परिजनों ने हंगामा कर चक्काजाम कर दिया। इसके बाद मौके पर एसडीएम राघवेंद्र पांडेय और एसडीओपी उमेश सिह तोमर पहुंचे और परिजनों से बात की। तब परिजनों ने सहायता राशि दिलाने की मांग की।
घटना सोमवार दोपहर की है। बाइक पर सवार होकर रामप्रसाद (28) पुत्र रतनसिंह और हाकिम (35) पुत्र जनवेद कुशवाह बिलौआ से सामान लेकर अपने लखनौती गांव आ रहे थे। तभी नगर से थोड़ी दूर चलने के बाद सामने से आ रहे बिना नंबर के डंपर ने बाइक को टक्कर मार दी। घटना में रामप्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। हाकिम गंभीर रूप से घायल हैं, जिसे गंभीर हालत में ग्वालियर रेफर किया गया है। बाद में नाराज परिजनों ने बीच सड़क पर ट्रैक्टर ट्रॉली अड़ाकर चक्काजाम कर दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम राघवेंद्र पांडेय ने जब परिजनों से चर्चा की तो उन्होंने सहायता राशि दिलाने की मांग की। तब एसडीएम ने कहा कि मृतक के परिजनों को संबल योजना में जोड़ लिया है जिससे 4 लाख रुपए का लाभ मिल जाएगा। इसके अलावा अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ दिला दिया जाएगा।
बीच सड़क पर पड़ा रहा शव
घटना के बाद मृतक का शव सड़क पर ही पड़ा रहा। दूसरी ओर बाइक पड़ी थी। गुस्साए ग्रामीणों ने उक्त डंपर के पहियों की हवा निकाल दी थी। इससे वह वहीं खड़ा रहा। इधर हंगामा बढ़ता देख बिलौआ थाना पुलिस के अलावा शहर थान पुलिस, पिछोर थाना पुलिस व अन्य नजदीकी थानों से फोर्स पहुंच गया। मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना उसके सामने हुई थी। डंपर तेज रफ्तार में आ रहा था। उसने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज लगी कि बाइक दूर जा गिरी।
इकलौता था रामप्रसाद, पूरे परिवार की थी जिम्मेदारी
मृतक रामप्रसाद घर में इकलौता था। उस पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। उसकी मौत के बाद परिजन खुद को बेसहारा मानते रहे। रामप्रसाद के घर में माता पिता के अलावा पत्नी रामसखी, 3 साल की बेटी कल्लो, दो साल का बेटा गौरव, एक साल का बेटा नीतेश सहित दो बहनें गोमती और प्रीति के पालन पोषण की जिम्मेदारी थी। घर में वही काम करने वाला था। रामप्रसाद की मौत के बाद उसके घर ही नहीं, बल्कि पूरे गांव के लोगों को सदमा लगा है।
यूनियन से करते रहे मांग, देर रात तक लगा रहा जाम
मृतक के परिजन प्रशासन से चर्चा करने के बाद क्रेशर यूनियन से सहायता राशि दिलाने की मांग करते रहे। परिजनों ने बताया कि कम से कम इतनी सहायता राशि तो मिले जिससे उसने परिवार को कुछ सहारा मिल सके। मांग करते हुए रात को करीब 9 बज गए। जब तक मांग पूरी नहीं हुई ग्रामीणों ने चक्काजाम नहीं हटाया। बताया गया कि क्रेशर यूनियन द्वारा करीब साढ़े तीन लाख रुपए दिए जाने को राजी हो गए थे लेकिन परिजनों ने यह सहायता राशि लेने से इनकार कर दिया था। बाद में परिजनों और यूनियन के पदाधिकारियों के बीच देर रात तक बातचीत होती रही।
डंपर ने दो मोटरसाइकिल सवारों को टक्क्र मार दी थी। जिसमें एक की मौत हो गई है, दूसरा घायल है। परिजनों ने सहायता राशि दिलाए जाने की मांग की थी। हमने संबल योजना में नाम जोड़ने के अलावा अन्य योजनाओं का लाभ दिलाए जाने की बात कही है। परिजन क्रेशर यूनियन से मांग कर रहे हैं।
- राघवेंद्र पांडेय, एसडीएम, डबरा।