अचानक छाए काले बादलों को देख किसानों की बढ़ी धड़कनें, चना के आकार के ओले भी गिरे

डबरा। खेतों में सरसों की फसलें कटी पड़ी हैं, तो कहीं पर गेहूं की बालियां पकने लगी हैं। ऐसे में अचानक मौसम में बदलाव ने किसानों के दिल की धड़कनों को बढ़ा दिया है। शुक्रवार को सुबह के समय धूप थी। दिन में आंधी चली और शाम को अचानक घिर आए काले बादलों ने बरसना शुरू कर दिया था। गनीमत ये रही कि यह बादल ज्यादा नहीं बरसे, सिर्फ 10 से 15 मिनट बरसकर चले गए। इसी बारिश के दौरान चने के आकार के कहीं-कहीं ओले भी गिरे। फिलहाल कहीं से कोई नुकसान की खबर नहीं आई है, लेकिन अगर बारिश हुई तो किसानों को नुकसान झेलना पड़ सकता है। डबरा विकासखंड की बात करें तो यहां इस बार करीब 10 से 12 हजार हेक्टेयर में सरसों की फसल है और करीब 35 से 40 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल खड़ी है। कहीं गेहूं की फसल दाने पर है तो कहीं पर बालियां पकने लगी हैं। ऐसी स्थिति में तेज हवा और ओले व बारिश से बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। दोपहर के समय जैसे ही तेज हवा चली तो डबरा सहित अंचल में कुछ जगह बिजली लाइनों में फॉल्ट हो गए थे। इससे आग धधक उठी। फाल्ट होने के कारण शहर के कुछ हिस्सों में बिजली गुल हो गई थी। करीब एक घंटे तक बिजली गुल रही।


 

सिविल अस्पताल के सामने हाइटेंशन लाइनों से गिरे अंगारे


दोपहर में तेज आंधी चलने के बाद शाम को अचानक सिविल अस्पताल के सामने से गुजरी हाइटेंशन बिजली लाइन में आग लग उठी। यहां तेज आवाज के साथ फॉल्ट हुआ और 3 से 4 सेकेंड तक अंगारे गिरते रहे। इस पेड़ के ऊपर से लाइन गुजरी थी, उसके नीचे लोग चाय नाश्ता कर रहे थे। जैसे ही तेज आवाज सुनने को मिली और आग लगती दिखी तो वह वहां से लोग भाग खड़े हुए। इसके बाद बिजली गुल हो गई थी। इधर पिछोर में बस स्टैंड के पास बिजली विभाग द्वारा लगाए गए बिजली के बॉक्स में आग लग गई थी। जहां आग लगने से करीब दो घंटे बिजली सप्लाई प्रभावित रही।


 

बादलों को देख कटी फसलों की हिफाजत करने दौड़े किसान


दोपहर के बाद अचानक छाए काले बादलों को देख वो किसान अपने फसलों की हिफाजत करने खेतों की ओर दौड़े जिनकी सरसों की फसल कड़ी हुई एक जगह पर रखी हुई थी। छीमक क्षेत्र में कुछ किसानों की फसलें खेतों में पड़ी थी जिनको वह एकत्रित करने लग गए। अगर क्षेत्र की बात करें तो भितरवार क्षेत्र में दोपहर के बाद से काले बादल छा गए थे। इधर टेकनपुर क्षेत्र में चना के आकार के ओले भी कुछ देर गिरे। इसी तरह शहर की सड़कें बारिश से गीली हो गई थी। उसके बाद देर शाम तक बादल छाए रहे।


अभी कहीं भी नुकसान की खबर नहीं है। ये सही है कि अगर बारिश होती है या ओले गिरते हैं तो खेतों में नुकसान हो सकता है। क्योंकि कुछ जगहों पर गेहूं बाली पर है और सरसों कटने लगी हैं।


वीके मिश्रा, एसएडीओ, डबरा