अब अस्पतालों की व्यवस्था सुधारेंगे क्वालिटी कंसल्टेंट, कोर्ट से निर्णय के बाद होगी भर्ती

अब अस्पतालों की व्यवस्था सुधारेंगे क्वालिटी कंसल्टेंट, कोर्ट से निर्णय के बाद होगी भर्ती


ग्वालियर। शहरी व ग्रामीण अस्पतालों की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए क्वालिटी कंसल्टेंट की भर्ती की जाएगी। कंसल्टेंट वही बन सकेगा जिसके पास हॉस्पिटल मैनेजमेंट की डिग्री होगी। हालांकि प्राथमिकता ऐसे लोगों को दी जाएगी जिनके पास बीडीएस व आयुष की डिग्री के साथ अस्पताल मैनेजमेंट की डिग्री होगी। क्वालिटी कंसल्टेंट अस्पताल की नोन क्लीनिकल व्यवस्थाओं को सुधारेगा जिसका वेतनमान करीब 40 हजार रुपए होगा। हर जिले में दो कंसल्टेंट नियुक्त किए जाएंगे। यह भर्ती एनएचएम के तहत की जानी है। एक कंसल्टेंट शहरी अस्पतालों की तो दूसरा ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों की व्यवस्था को संभालेगा। लेकिन इस नियुक्ति पर फिलहाल ओबीसी के 27 प्रतिशत रिजर्वेशन को लेकर रोक लगी है। ओबीसी वर्ग का रिजर्वेशन बढ़ाने को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है जब तक उसका फैसला नहीं आ जाता तब तक भर्ती रोकी गई है।


यह काम होगा कंसल्टेंट का


 

कंसल्टेंट का कार्य नोन क्लीनिकल होगा, जो अस्पताल में स्टाफ की ड्यूटी से लेकर खामियों को दूर करने का काम करेगा। संसाधनों की पूर्ति के साथ भोजन संबंधी व्यवस्था, सामग्री, संसाधन, दवाओं आदि के उपलब्ध संबंधी कार्य देखेगा। एक कंसल्टेंट जिले के अस्पतालों के लिए तो दूसरा ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों का प्रभार संभालेगा। क्वालिटी कंसल्टेंट की नियुक्ति के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि इससे डॉक्टरों को मजबूरन नोन क्लीनिकल कार्य न करना पड़े। डॉक्टर केवल अपने मूल काम पर फोकस रखें जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हों।


एनएचएम से दो क्वालिटी कंसल्टेंट की हर जिले में नियुक्ति की जानी हैं। लेकिन रिजर्वेशन को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है उसके निराकरण के बाद भर्ती की जाएगी।


डॉ. पंकज शुक्ला, संयुक्त संचालक एनएचएम